Considerations To Know About shiv chalisa lyrics in punjabi
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आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं। जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।।
तुह्मरे भजन राम को पावै। जनम जनम के दुख बिसरावै।।
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा। होय सिद्धि साखी गौरीसा।।
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई । सबहिं कृपा कर लीन बचाई ॥
द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र
कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
यह एक चमत्कारीक स्त्रोत है जिसका पाठ करने से भोलेनाथ तो प्रसन्न होते ही है, साथ ही इससे बिगड़े हुए काम भी बन जाते है। इस स्त्रोत के पाठ शिव रात्रि या सावन के महीने में शुभ मानते है। शिव जी की अगर कोई श्रद्धा पूर्वक भक्ति करता है तो भोलेनाथ बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते है। इसी कारण से भोले नाथ को ‘आशुतोष’ के नाम से भी जाना जाता है।
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे । सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना। लंकेश्वर भए सब जग जाना।।
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