आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥ पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं�
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥ पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं�